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रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने रविवार को अपने 53वें स्थापना दिवस का आयोजन धूमधाम से किया। इस खास मौके पर पार्टी ने अपने ऐतिहासिक संघर्ष और आदिवासी अधिकारों की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया, लेकिन साथ ही संगठन में संभावित बदलावों को लेकर भी संकेत दिए। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, इस स्थापना दिवस पर नए चेहरों को पार्टी में शामिल करने और नेतृत्व में बदलाव के दिशा-निर्देश दिए जा सकते हैं।
“कल्पना होंगी पार्टी का नया चेहरा” के बयान से यह स्पष्ट हो रहा है कि JMM अपने पारंपरिक नेतृत्व के अलावा युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर दे सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह बदलाव पार्टी की भविष्य की रणनीतियों को प्रभावी रूप से लागू करने, युवाओं को जोड़ने और झारखंड की राजनीति में नए दृष्टिकोण को अपनाने के उद्देश्य से किया जाएगा।
JMM के संस्थापक और राज्य के मुख्यमंत्री, श्री शिबू सोरेन ने इस अवसर पर पार्टी के इतिहास को गर्व के साथ याद किया और साथ ही इस बात पर जोर दिया कि झारखंड के विकास और आदिवासी समुदाय के अधिकारों के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता हमेशा बनी रहेगी। वहीं, आगामी समय में पार्टी को और अधिक सशक्त बनाने के लिए नए नेतृत्व के रूप में युवा नेताओं को जिम्मेदारी दी जा सकती है, जो पार्टी को और प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचा सकें।
इस स्थापना दिवस पर पार्टी ने अपने आगामी कदमों का खाका भी पेश किया, जिसमें आदिवासी अधिकारों, सामाजिक न्याय और राज्य के समग्र विकास पर फोकस करने की बात कही गई। JMM ने यह भी स्पष्ट किया कि यह बदलाव पार्टी की पुरानी कार्यशैली को और भी मजबूत बनाने की दिशा में होगा, ताकि संगठन राज्य की राजनीति में अपनी प्रमुख भूमिका को बनाए रखे।